22.2.11

शिर्डी के साईं सन्देश

"ऐसा प्रतीत होता है, मानो चन्द्र जल में है; जबकि वास्तव में वह बाहर होता है I इसी प्रकार संत भी भक्तों से घिरे प्रतीत होते हैं,परन्तु वस्तुत: वे निलिर्प्त होते हैं" I