13.2.11

शिर्डी के साईं सन्देश

"ब्राह्म द्रष्टि से ऐसा प्रतीत होता था कि बाबा कुछ नहीं करते I वे अपना स्थान छोड़कर भी कहीं नहीं जाते थे I लेकिन एक स्थान पर बैठकर भी वे सर्वज्ञाता थे और सभी को उसका प्रमाण भी दिया करते थे" I