31.12.10

श्री साईं सच्चरित्र संदेश,

"जो बाबा को नमन कर अनन्य भाव से उनकी शरण जाता है, उसे फिर कोई साधना करने कि आवश्यकता नहीं है I धर्म, अर्थ, काम, और मोक्ष उसे सहज ही प्राप्त हो जाते हैं I"