4.1.11

पिछले जन्मों के शुभ कर्मो से ही यह देह कि प्राप्ति हुई है और उसकी सार्थकता तभी है, जब उसकी सहायता से हम इस जीवन में भक्ति और मोक्ष प्राप्त कर सकें I