1.12.10

श्री साईं सच्चरित्र संदेश,

"साईं समस्त प्राणियों मे ब्रह्म या स्वयं ईशवर का दर्शन किया करते थे,मित्र और शत्रु को एक नज़र से देख, उनमे भेदभाव नहीं करते थे" I