1.8.10

श्री साईं सच्चरित्र संदेश,

धन्य धन्य है संतो की संगति I उनकी महिमा का वर्णन कौन कर सकता है I सदभक्तो को इससे विवेक और परम शांति की प्राप्ति होती है I