22.8.10

संदेश

 ॐ साईं राम,

“देह मनुज सम त्याग के,रखते सूक्षम शरीर,
 दूर करे साईं सदा,भक्तन की भव पीड़”
 बाबा कृपा हम सब पर बनी रहे