12.1.11

श्री साईं सच्चरित्र संदेश,

"न्याय अथवा मीमांसा या दर्शनशास्त्र पड़ने की भी कोई आवश्यकता नहीं है I जिस प्रकार नदी या समुन्दर पार  करते समय नाविक पर विशवास रखते हैं, उसी प्रकार का विशवास हमें भवसागर से पार होने के लिये सदगुरु पर करना चाहिए" I