9.6.10

साईं तुझे सुमिरन का वरदान जो मिलजाए
मुरझाई कलि दिल की एक आन में खिल जाये
सुनते है तेरी रहमत दिन रात बरसती है
एक बूंद जो मिल जाती मेरी तकदीर बदल जाती
साईं तुझे सुमिरन -----------

ये मन बड़ा चंचल है चिंतन में नहीं लगता
जितना इसे समझावो उतना ही मचल जाता
हे मानव तू दिल से साईं नाम का सुमिरन कर
दोसो से भरे जीवन का खता बदल जाये
साईं तुझे सुमिरन ---------

साईं इस दिल की बस एक तमन्ना है
तू सामने हो मेरे और प्राण निकल जाये
साईं तुझे सुमिरन का वरदान जो मिल जाये
सच कहता हु बाबा मेरी तकदीर ही बदल जाये
ॐ जय साईं राम